चलते चलते बदलते हैं हम! चलते चलते बदलते हैं हम!
हमारे मन में क्यों समाता यह जीवन है, यहाँ कुछ मिलेंगे, कुछ बिछड़ेंगे और फिर कुछ मिलेंगे ............ हमारे मन में क्यों समाता यह जीवन है, यहाँ कुछ मिलेंगे, कुछ बिछड़ेंगे और फिर क...
कोई भावना भी है कहीं, या होती हैं पर कहती नहीं... कोई भावना भी है कहीं, या होती हैं पर कहती नहीं...
रास्ते अपने तुमने अलग अलग किये थे हम तो आज भी वही के वही है, रास्ते अपने तुमने अलग अलग किये थे हम तो आज भी वही के वही है,
ईरादा नहीं पुराने रास्ते पर। कलंक है हमारा रास्ता। ईरादा नहीं पुराने रास्ते पर। कलंक है हमारा रास्ता।
रास्ते ज़िंदगी के कहाँ आसान हैं... रास्ते ज़िंदगी के कहाँ आसान हैं...